मथुरा के केशवदेव को मुक्त कराने की देवकीनंदन ने भरी हुंकार, :बोले सरनेम से उपर उठना होगा तभी सनातनी कहलाएंगे

आगरा। शास्त्रों के अनुसार राम पहले आये थे और कृष्ण बाद में। मैं आह्वान करता हूं कि संतों की बरसों की तपस्या और त्याग के फलस्वरूप जनवरी में श्रीराम मंदिर बनने जा रहा है तो फरवरी में श्रीकृष्ण की जन्मभूमि का गौरव वापस लौटे। केशव देव जी की जो मूर्तियां जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दफन हैं उन्हें निकाला जाए। इसके लिए हम कोर्ट से रोड तक संवैधानिक लड़ाई लड़ेंगे।  मुख्य अतिथि देवकी नंदन ठाकुर जी महाराज आज हनुमान सेना आयोजित आवास विकास बड़े मैदान पर सनातन जागृति सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे

आगरा के इतिहास में इतना विशाल सनातन जागृति सम्मेलन पहली बार हुआ था, जिसमें आस पास के जिलों हाथरस, अलीगढ़, मथुरा, फिरोजाबाद आदि  से बड़ी संख्सा मे सनातनी शामिल हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वीरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अब समय है, यदि अभी नहीं जागे तो इजरायल जैसी स्थिति हो जाएगी।

सनातन धर्म संसार में सबसे प्राचीन धर्म है। वर्षाें से इसे मिटाने की कोशिश की गयी किंतु इसकी छाप अमिट है लेकिन सजग रहना होगा। अपनी इतिहास को हमें ही सहेजना होगा।
देवकी नंदन ठाकुर ने आगे कहा कि सरनेम, दल से उपर उठना होगा तभी सनातनी कहलाएंग। यदि इसी तरह सोते रहे तो कभी उठ नहीं पाएंगे। हमें किसी भी धर्म की आस्था से एतराज नहीं है किंतु हमारे आराध्य के लिए न्याय हम मांग रहे हैं। हम सीढ़ियों की खुदाई का व्यव तक देने को तैयार हैं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि सोशल मीडिया को माध्यम बनाकर अभियान चलाएं और संदेश साझा करें मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे से आराध्य को निकालने का। आपको तय करना है कि आप किसके साथ हैं। हम किसी को मिटाना नहीं चाहते और कोई हमें मिटा दे ये हम होने नहीं देंगे। उन्होंने आगे कहा कि सुनियोजित तरीके से हमारी बेटियों को लव जिहाद का शिकार बनाया जा रहा है। गरबा जैसे आयोजनों को वो लोग माध्यम बना रहे हैं। स्कूलों में नमाज पढ़वा कर हमारी संस्कृति पर कुठाराघात हो रहा है। जो मनुष्य अपनी गाय, बेटी, धर्म की रक्षा नहीं कर सकता वो मनुष्य होकर भी श्वान के समान है। उन्होंने कहा कि समाज में यदि तीन लोग कथाकार, पत्रकार और कलाकार सुधर जाएं तो सनातन जागृति आ जाए।
कार्यक्रम संयोजक अविनाश राणा और अमित चौधरी ने बताया कि सनातन जागृति सम्मेलन का उद्देश्य सभी सनातनी जागरूक करना और 1670 में मुगल शासक औरंगजेब द्वारा मथुरा से हमारे आराध्य केशव देव जी कान्हा जी के मंदिर को तोड़कर जिन मूर्तियों को आगरा लाकर जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दफन कर दिया गया था, उन्हें निकालकर पुनः मंदिर में स्थापित करने की मांग से समाज को जोड़ना है। इस आतातायी घटना के बहुत सारे प्रमाण हैं। न्यायालय में भी यह मामला चल रहा है। जब तक हमारा गौरव पुनः स्थापित नहीं हो जाता हम न्यायालय से लेकर सड़क तक की लड़ाई जारी रखेंगे।
आयोजन में महामण्डलेश्वर महन्त श्रीश्री 108 कृष्ण दास जी महाराज पीठाधीश्वर श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी धाम कानपुर, क्रांतिकारी संत स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज श्री महालक्ष्मी पीठाधीश्वर श्री धाम वृंदावन, सन्दीप महाकाल हेलीकॉप्टर बाबा, गुड़गांव और चैतन्य अरुण पुरी जी महाराज ने भी सनातन जाग्रति का आह्वान किया। अतिथियों का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष सतीश शिवाजी ने किया। भजन गायिका अंजू द्विवेदी ने भजन प्रस्तुति से सभी में सनातन धर्म के प्रति जोश भर दिया। ब्रिक्स, साउथ अफ्रिका में भारत को दो कांस्य पदक जिताने वाले हैरी पाराशर का सम्मान किया गया।

देवकी नंदन ठाकुरजी महाराज ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए आगे कहा कि इजरायल में जो हो रहा है वो मानवता नहीं है। महिलाओं और बच्चों का नरसंहार किया गया। किसी को हजारों निर्दोषाें पर किया गया अत्याचार नहीं दिखा। 57 देश हमास के समर्थन में खड़े हो गए। हर सनातनी काे सबक लेने की जरूरत है। देवकी नंदन जी के आह्वान पर उपस्थित लोगों की भीड़ ने इजरायल के समर्थन में पोस्टर दिखाए।

श्रीकृष्ण जन्म भूमि मामले के साथ ही केशव देव जी की मूर्तियों को जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे से निकालने की याचिका दायर करने वाले महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि ये लड़ाई इतिहास के साक्ष्यों से लड़ी जा रही है। पुस्तकों में वर्णित इतिहास जिस तरह से ज्ञानवापी, काशी के लिए साक्ष्य बने हैं उसी तरह से केशव देव मंदिर के लिए भी साक्ष्य हमारे पास हैं।

सम्मेलन में महामण्डलेश्वर महन्त श्रीश्री 108 कृष्ण दास जी महाराज पीठाधीश्वर श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी धाम कानपुर ने कहा कि सनातन धर्म की जागृति को सुरक्षित रखने के लिए हम सब समर्पित हैं। सनातन संस्कृति के संरक्षण का अब समय आ चुका है। इसके लिए हम सभी एकजुट होकर हर पल, हर विषय पर तैयार हैं।

क्रांतिकारी संत स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज श्री महालक्ष्मी पीठाधीश्वर श्री धाम वृंदावन ने कहा कि युगों से सोई सनातनी चेतन के जाग्रत होने का यह आध्यात्मिक कालखंड चल रहा है। वर्तमान सरकार की सनातनी ऊर्जा और चेतना के कारण हम फिर से अपनी सनातनी व्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं। विश्व में शांति सिर्फ सनातन धर्म द्वारा ही लाई जा सकती है। बाकी सब पंथ हैं। क्योंकि हम न नूतन हैं न पुरातन हैं इसलिए हम सनातन हैं।

हेलीकॉप्टर बाबा के नाम से प्रसिद्ध सन्दीप महाकाल
ने कहा कि युवा पीढ़ी मोबाइल और सोशल मीडिया की लत में पड़ चुकी है। यदि आज सनातन धर्म से नहीं जोड़ा तो कल वो फोन पर जुआरी तक बन जाएगी।

चैतन्य अरुण पुरी जी महाराज ने कहा कि हमारे आराध्य की मूर्तियों का जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे होना हर सनातनी का अपमान है। अब समय है इस अपमान का बदला लें। योजना बनाकर, वृहद स्तर पर अभियान चलाकर और करोड़ों भारतवासियों की सहमति से न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।

इन्होंने संभाली व्यवस्थाएं
प्रदेश महामंत्री ज्ञानेंद्र सिंह फौजदार, जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुशवाह, महानगर अध्यक्ष लोकपाल चाहर, जय दीप गोला, आकाश ग्रोवर, आकाश ग्रोवर, ऋषभ राणा, पार्षद रवि करोतिया, रोहित चौधरी, धर्मेंद्र राजपूत, हरवीर सिंह, श्यामवीर सिंह, टीएन चौहान, नकुल गोला, रवि कुमार, मनोज चौहान, संजय सिसौदिया, नंदू जैसवार, शिवेंद्र बघेल, रामनिवास वैष्ण, देव शिवाजी, हेमराज, भगत सिंह, कृष्ण वीर, लवकेश, विकास गोला, डॉ रवि, राहुल, विष्णु, गोकुल, नीरज, संजय, दीपक, दुष्यंत, विकास, अमन, मुकेश, केशव, पवन, मिथुन, आकाश, पंकज, मोहित, विपिन, योगेश, कुलदीप, नितिन, मनोज, जितेंद्र आदि ने व्यवस्थाएं संभाली।

बाबा मनःकामेश्वर का लिया आर्शीवाद, जामा मस्जिद देख निकले आंसूः देवकी नंदन
सम्मेलन में सनातनियों को संबोधित करने से पूर्व देवकी नंदन ठाकुरजी सहित संदीप महाकाल बाबा और प्रियाकांत जु मंदिर, वृंदावन के सचिव विजय शर्मा ने बाबा मनःकामेश्वर नाथ मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया और हर हर महादेव के जयघाेष के साथ केशवदेव जी की मूर्तियों को जामा मस्जिद की सीढ़ियों से निकालवाने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही। मंदिर से बाहर निकलने पर देवकी नंदन ठाकुर बोले कि रास्ते में मस्जिद को देखकर आंसू निकल आए कि इसकी सीढ़ियों पर से लोग अपने पैर रखकर निकलते हैं और इनके ही नीचे हमारे आराध्य दबे हुए हैं।